* ऋग्वेद में नदियों
का उल्लेख *
- ऋग्वेद में 25 नदियों का उल्लेख है।
प्रमुख नदियाँ के विषय में आइये जानते हैं:-
सिंधु-नदी |
सिंधु :-
- ऋग्वेद काल की सबसे महत्वपूर्ण नदी।
- ऋग्वेद में सर्वाधिक बार चर्चा सिंधु नदी की ही हुई है।
- सिंधु नदी सप्तसिंधु क्षेत्र की पश्चिमी सीमा थी।
- सिंधु नदी की पश्चिमी किनारे पर सहायक नदी :- क्रुभु (कुर्रम), गोमती (गोमल ), कुभा (काबुल) और सुवास्तु (स्वात)
- सिंधु नदी की पूर्वी किनारे पर सहायक नदी :- वितास्ता (झेलम) अस्किनी (चेनाब), परुष्णी (रावी), शद्रु (सतलज), विपाशा (व्यास) प्रमुख थी।
- आर्थिक महत्व के कारण इसे "हिरण्यनी" कहा गया है
- ऊनी वस्तुओं का व्यवसाय होने के कारण इसे "सुवासा" और "उर्पावर्ती" भी कहा गया है।
सरस्वती :-
- ऋग्वेद में सरस्वती नदी को :- नदियों की माता नदीतमा
- नदियों की अग्रवती
- वाणी प्रार्थना एवं कविता की देवी
- बुद्धि को तीव्र करने वाली
- संगीत की प्रेरणादाई कहा गया है।
- ऋग्वेद की सबसे पवित्र नदी मानी जाती है।
- सरस्वती वर्त्तमान में राजस्थान की रेगिस्तान में विलीन हो गई है।
- इसकी जगह अब घग्घर नदी बहती है।
वेद और उससे सम्बंधित ब्राम्हण कौन-कौन से हैं।
क्या आप जानते है, 8 प्रकार के विवाह होते हैं !!!
व्यास-नदी |
विपासा (व्यास) :-
- ऋग्वेद के अनुसार इसी नदी के तट पर इंद्र ने उमा को पराजित किया और उसके रथ के टुकड़े-टुकड़े कर दिया।
दृषद्वती :-
- आधुनिक नाम चित्तंग अथवा घग्घर है।
- यह सिंधु नदी की समूह की नदी नहीं थी।
आपया:-
- यह दृषद्वती एवं सरस्वती के बीच में बहती थी।
Nobel Award -2020 प्राप्तकर्ताओं की पूरी लिस्ट- "हिंदी में" !!!
भारत के प्रमुख दर्रों को जाने , यहाँ से !
गंगा-नदी |
गंगा :-
- गंगा का उल्लेख ऋग्वेद में एक बार हुआ है।
यमुना-नदी |
यमुना :-
- ऋग्वेद में यमुना की चर्चा तीन बार की गई है।
सरयू नदी |
सरयू :-
- यह गंगा की सहायक नदी है।
- ऋग्वेद के अनुसार संभवतः यदु एवं तुर्वस के द्वारा चित्ररथ और अर्ण सरयू नदी के किनारे ही पराजित किया कहते थे।
गोमती :-
- नदी सूक्त की अंतिम नदी गोमती है।
बौद्ध धर्म से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर, यहाँ पढ़े !!!!
भारतीय सिक्कों के इतिहास जाने !!१!!
समुद्र :-
- ऋग्वेद में समुद्र की भी चर्चा हुई है।
- भुज्य की नौका दुर्घटना वाली कहानी से जल यात्रा का पता चलता है।
- ऋग्वेद के दो मंत्रों 9वें और 10वें मंडल में चार समुद्रों का उल्लेख है।
0 Comments