वेद :
वेद, भारत के पवित्र साहित्य हैं जो सनातन धर्म के प्राचीनतम और आधारभूत धर्मग्रन्थ भी हैं।
वेद, विश्व के सबसे प्राचीन साहित्य भी हैं।
'वेद' शब्द संस्कृत भाषा के विद् धातु से बना है जिसका शाब्दिक अर्थ 'ज्ञान' है।
इसी धातु से 'विदित' (जाना हुआ), 'विद्या' (ज्ञान), 'विद्वान' (ज्ञानी) जैसे शब्द आए हैं।
आज 'चतुर्वेद' के रूप में ज्ञात इन ग्रंथों का विवरण इस प्रकार है -
- ऋग्वेद
- सामवेद
- यजुर्वेद
- अथर्ववेद
ऋग्वेद:
प्राचीनतम ग्रंथ है
1500-1000 ईसा पूर्व लिखा गया है
10580 ऋचाएं हैं
10 मंडलों में विभक्त है
1028 सूक्त {1017 मूल सूक्त व 11 बालखिल्य} हैं
दसवें मंडल में सर्वप्रथम वर्ण व्यवस्था का उल्लेख है
शूद्रों का उल्लेख 10 वें मण्डल में है
2रे से 7वें मंडल को गोत्र मंडल या वंश मंडल या ऋषि मंडल कहा जाता है
2रे से 7वें मंडल की ऋचाएं सर्वाधिक प्राचीन है
गायत्री मंत्र का उल्लेख 3रे मंडल में है जो सावित्री को समर्पित है
गायत्री मंत्र की रचना विश्वामित्र द्वारा की गई है
ऋग्वेद में गंगा शब्द का प्रयोग == एक बार
ऋग्वेद में यमुना का प्रयोग == तीन बार
सोम का उल्लेख 9 वें मण्डल में है
वरुण देवता को समर्पित मंडल है ==सातवां मंडल
सातवां मंडल के रचयिता हैं == ॠषि वशिष्ठ
ऋग्वेद में रूद्र शब्द का उपयोग कितनी बार हुआ है == तीन बार
महामृत्युंजय मंत्र इसी से लिया गया है
महामृत्युंजय मंत्र को वेदों का ह्रदय कहा जाता है
सामवेद:
सामवेद में कुल सूक्त 1549 हैं
कितने सूक्त ऋग्वेद से अतिरिक्त हैं == 75 सूक्त
ऋचाओं का गाना सोम यज्ञ के समय कौन करता है == उदगाता
सामवेद के प्रमुख देवता कौन है == सूर्य तथा सविता
भारतीय संगीत की उत्पत्ति किस ग्रंथ से हुआ है== सामवेद से
सामवेद के प्रथम दृष्टा कौन है == जैमिनी
जैमिनी किसके शिष्य थे == वेदव्यास के
साम का अर्थ क्या होता है == गान
यजुर्वेद:
यजुर्वेद का उद्भव किस शब्द से हुआ है == यजुष
यजुष का अर्थ क्या है == यज्ञ
यजुर्वेद की रचना किस क्षेत्र में हुआ है == कुरुक्षेत्र में
यजुर्वेद के मंत्रों का उच्चारण कौन करता है == अध्वुर्य
यजुर्वेद का अंतिम अध्याय हैं == ईशावास्य उपनिषद
ईशावास्य उपनिषद का संबंध किससे है == आध्यात्मिक चिंतन से
अथर्ववेद: कुल मंडल == 20
वेद तथा उनसे सम्बन्धित उपवेद तथा उनके प्रवर्तक:
वेद | उपवेद | प्रवर्तक |
ऋग्वेद | आयुर्वेद | प्रजापति |
सामवेद | गंधर्ववेद | नारद |
यजुर्वेद | धनुर्वेद | विश्वामित्र |
अथर्ववेद | शिल्पवेद | विश्वामित्र |
वेदों से सम्बंधित ब्राह्मण:
वेद | ब्राम्हण |
ऋग्वेद | ऐतरेय ब्राम्हण, कौषीतकि ब्राम्हण |
सामवेद | ताण्ड्य ब्राम्हण, षड्विश ब्राम्हण, जैमिनी ब्राम्हण |
यजुर्वेद | शतपथ ब्राम्हण, तैत्तिरीय ब्राम्हण |
अथर्वेद | गोपथ ब्राम्हण |
ऐतरेय ब्राम्हण :
रचना ; महिदास ऐतरेय द्वारा की गई है
राज्याभिषेक के नियम दिया गया है
कौषीतकि ब्राह्मण:
रचना : शांखायन द्वारा
शांखायन के गुरु थे : कौषीतकि
शतपथ ब्राह्मण :
रचना : याज्ञवल्क्य ने की
किस ब्राम्हण के अनुसार मनुष्य का आचरण देवों के समान होना चाहिए=== तैत्तिरीय ब्राम्हण
किस ग्रंथ में मन को सर्वोच्च प्रजापति बताया गया है === तैत्तिरीय ब्राम्हण में
राज्याभिषेक का नियम किस ब्राम्हण में दिया गया है== ऐतरेय ब्राम्हण में
याज्ञवल्क्य ने किस ब्राम्हण की रचना की=== शतपथ ब्राम्हण
अश्वमेध यज्ञ का उल्लेख किस ब्राम्हण में है=== शतपथ ब्राम्हण में
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