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चन्द्रगुप्त-द्वितीय के 9-रत्न

* चन्द्रगुप्त-द्वितीय के 9-रत्न * 

चन्द्रगुप्त-द्वितीय विद्वानों का आश्रयदाता था। 

उसके दरबार में 9 विद्वानों की एक मण्डली रहती थी, जिसे 9-रत्न कहा गया है।  



चंद्रगुप्त-द्वितीय के  9 -रत्नों की सूची इस प्रकार है:

 
        1. वेतालभट्ट 
        2. कालिदास
        3. घटकर्पर 
        4. वररुचि 
        5. अमरसिंह 
        6. शंकु 
        7. वराहमिहिर 
        8. धनवन्तरि 
        9. क्षपणक 





TRICK: वेता ने कल घटा के लिए वर खोजा, पर अमर को शंका है कि वर धन क्षी कर देगा।
 

वेतालभट्ट

वेताल ने

कालिदास

कल

घटकर्पर

घटा के लिए

वररुचि

वर खोजा पर

अमरसिंह

अमर को

शंकु

शंका है कि

वराहमिहिर

वर

धनवन्तरि

धन

क्षपणक

क्षीण कर देगा


वेतालभट्ट:-

  • वेतालभट्ट एक संस्कृत भाषा के एक लेखक थे। 
  • उन्होंने 16-श्लोक, "नीति-प्रदीप" की रचना की थी। 


कालिदास:-

  • संस्कृत साहित्य के एक महान कवि थे। 
  • उनकी रचनाएँ हैं:-
      1. ऋतुसंहारम 
      2. मेघदूतम 
      3. कुमारसंभवम् 
      4. रघुवंशम (महाकाव्य) 
      5. अभिज्ञान शाकुंतलम् - नाटक (सर्वश्रेष्ठ कृति)
      6. मालविकाग्निमित्रम् - नाटक  
      7. विक्रमवर्षीय - नाटक 



घटकर्पर:-

  • संस्कृत साहित्य के कवि थे रचना 
  • घटकर्पर-काव्य की रचना की (22 कविताओं का संग्रह)




वररुचि:-
  • संस्कृत साहित्य के विद्वान 



अमरसिंह:-
  • अमरकोश की रचना की 



धनवंतरी:-
  • आयुर्वेद के जनक

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