* मिट्टी सत्याग्रह यात्रा *
आयोजन :- 30 मार्च से 6 अप्रैल
मिट्टी सत्याग्रह यात्रा 30 मार्च से 6 अप्रैल तक किसान संगठनों ने दिल्ली में चल रहे अनिश्चितकालीन आंदोलन के समर्थन में मिट्टी सत्याग्रह यात्रा आयोजित की।
उद्देश्य :-
मिट्टी सत्याग्रह यात्रा का उद्देश्य था, 3 किसान विरोधी कानूनों को रद्द करना और सभी कृषि उत्पादों की MSP पर खरीद की कानूनी गारंटी की मांग के प्रति जागरूकता फैलाना।
कार्यक्रम :-
मिट्टी सत्याग्रह यात्रा के द्वारा किसान संगठनो ने, सत्ता के सामने इतिहास के कुछ बड़े सबक रखने के लिए इस सत्याग्रह ने इतिहास के प्रतीकों का सहारा लिया। महात्मा गांधी की नमक सत्याग्रह की धरती डांडी (गुजरात) से शुरू होकर यह यात्रा राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, होते हुए दिल्ली की सीमा पर किसानों के सभी मोर्चों पर पहुंची। देश भर से 23 राज्यों के 15 गांव की मिट्टी लेकर किसान संगठनों के साथी इस यात्रा से जुड़े।
इसमें शहीद भगत सिंह के गांव खटखटकालां, शहीद सुखदेव के गांव नौघरा, उधम सिंह के गांव सुनाम, शहीद चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली भाभरा, मामा बालेश्वर दयाल की समाधि बामनिया, साबरमती आश्रम, असम के शिवसागर, पश्चिम बंगाल में सिंदूर और नंदीग्राम, कर्नाटक के वसव कल्याण बिलारी, उड़ीसा के आदिवासी नेता लक्ष्मण राव के गांव गैरबोई शामिल थे।
मेघा पाटकर के नेतृत्व में निकाली गई यात्रा में किसान संघर्ष से जुड़े ऐतिहासिक स्थानों की मिट्टी भी लाई गई।
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