* जैन धर्म *
पार्श्वनाथ |
जैन धर्म सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर:
जैन शब्द की उत्पत्ति किस शब्द से हुई है --- जिन से
जिन शब्द का उपयोग करने के लिए किया जाता है --- महावीर स्वामी
कुल कितने जैन तीर्थंकर हुए हैं --- 24
तीर्थंकर का अर्थ जैन धर्म के अनुसार क्या है --- संसार सागर से पार करने वाला
ऋग्वेद में कितने जैन तीर्थंकरों की चर्चा की गई है --- 2 (ऋषभदेव, अरिष्टनेमि)
किस ग्रंथ के अनुसार ऋषभदेव को विष्णु का अवतार बताया गया है --- भागवत पुराण के अनुसार
किस जैन तीर्थंकर को कृष्ण का भाई माना जाता है --- अरिष्ठनेमी
जन अनुश्रुति के अनुसार किसका जन्म अयोध्या में हुआ था --- ऋषभदेव
जैन धर्म के प्रथम एतिहासिक तीर्थंकर कौन हैं --- पार्श्वनाथ
काशी नरेश अश्वसेन के पुत्र कौन से तीर्थंकर थे --- 23वें तीर्थंकर (पार्श्वनाथ)
पार्श्वनाथ को कहां पर केवल्य की प्राप्ति हुई थी --- सम्मेद पर्वत (झारखंड)
पार्श्वनाथ ने केवल्य प्राप्ति के लिए कितने दिनों तक तप किया था --- 84 दिन तक
पार्श्वनाथ को कितने उम्र में केवल्य प्राप्त हुआ था --- 100 वर्ष की आयु में
पार्श्वनाथ ने कितने महाव्रतों का प्रतिपादन किया --- 4 (अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, अस्तेय)
पार्श्वनाथ ने सर्वाधिक महत्व किस पर दिया --- अहिंसा पर
पार्श्वनाथ का प्रमुख अनुयायी कौन था --- केशि
जैन धर्म की रामायण किसने लिखी --- विमल ने
महावीर स्वामी के बड़े भाई का क्या नाम था --- नंदिवर्धन
महावीर स्वामी |
महावीर स्वामी के पूर्व जैन धर्म को किस नाम से जाना जाता था --- निर्ग्रन्थ या निगण्ड
बौद्ध धार्मिक ग्रंथों में महावीर स्वामी को क्या कहा गया है --- निगण्डनाथ पुत्र या निर्ग्रन्थज्ञात्रीपुत्र
महावीर को क्या-क्या उपाधि दी गई --- केवलिन, जिन, अर्ह, निर्ग्रन्थ
अर्ह का क्या अर्थ होता है --- योग्य
निर्ग्रन्थ का क्या अर्थ होता है --- बंधन रहित
महावीर स्वामी को कितनी आयु में कैवल्य प्राप्त हुआ था --- 42 वर्ष की आयु में
महावीर स्वामी को कहा कैवल्य प्राप्त हुआ था --- जृम्भिका गांव के समीप ऋजुपालिका नदी के किनारे, एक साल वृक्ष के नीचे
महावीर स्वामी ने अपना पहला उपदेश कहां दिया था --- राजगृह के वितुलाचल पर्वत पर
महावीर स्वामी सबसे पहले दीक्षा किसे दी थी --- मेघकुमार को
महावीर स्वामी ने अपने विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए कितने गणों की नियुक्ति की ---11 गणों की
महावीर स्वामी की मृत्यु के पश्चात किसे जैन धर्म का प्रधान बनाया गया --- आचार्य सुधर्मन
महावीर स्वामी को कहां निर्वाण प्राप्त हुआ --- मल्ल राजा सस्तिपाल के राज प्रसाद में
जैन धर्म के अनुयाई प्रमुख शासक ---
- अजातशत्रु
- उदयन
- चंद्रगुप्त मौर्य
- संप्राप्ति
- कलिंग राजा खारवेल
- सिंह राज सिंह
- राष्ट्रकूट नरेश अमोघवर्ष
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